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Thursday, March 10, 2011

दिन ललित वसंती आन लगे


जयलोकमंगल के साथियों के लिए प्रस्तुत है-एक बिल्कुल ताज़ा रचना-दिन ललित वसंती आन लगे
खेतन में सरसों फूल रही
बौरें अमियां की झूल रहीं
मीठी पुरवा की तान लगे
मौसम संग उड़ने प्राण लगे
दिन ललित वसंती आन लगे
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लाल पलाश गुलाल लगे
फूलन के अंग विशाल लगे
अल्हड़ गोरी की चाल लगे
धुली धूप-धूप मुस्कान लगे
दिन ललित वसंती आन लगे
पंडित सुरेश नीरव
सांस्कृतिक समाचार
दूरदर्शन पर दिन ललित वसंती आन लगे
ई दिल्ली- दूरदर्शन के डी.डी. भारती चैनल के अंतर्गत वसंत और होली के पावन अवसर पर एक गंगा-जमुनी काव्य-संध्या का आयोजन कल 12 मार्च को रिकार्ड किया जा रहा है। इस स्टूडियो रिकार्डिंग में जो कवि भाग ले रहे हैं- उनमें जनाब मुजफ्फर रज्मी, जगदीश परमार, डॉ.कुंअर बेचैन,काज़ी तनवीर,अनिल खंपरिया, डॉ मधु चतुर्वेदी, अंबर प्रियदर्शी, डॉ.प्रेमलता नीलम तथा बी.एल.गौड़ के अलावा पंडित सुरेश नीरव काव्य पाठ करेंगे। दूरदर्शन के सहायक निदेशक श्री पी.एन. सिंह के निर्देशन में रिकॉर्ड किये जा रहे इस अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का संचालन सुरेश नीरव कर रहे हैं।

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